हरियाणा के नरवाना निवासी दीपक नैन ने हिंदी टाइपिंग में 121 शब्द प्रति मिनट टाइप कर अपना नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है।

हरियाणा के नरवाना निवासी दीपक नैन ने हिंदी टाइपिंग में 121 शब्द प्रति मिनट टाइप कर अपना नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है। 26 अगस्त को ऑनलाइन टेस्ट में नैन ने एक मिनट में 121 शब्द टाइप किए थे। बुधवार को नैन को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट भेजा गया है। इससे पहले दीपक देशभर में सबसे तेज गति से हिंदी टाइपिंग का खिताब अपने नाम दर्ज करवा चुके हैं। उनकी टाइपिंग में शत-प्रतिशत शुद्धता रहती है।
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दीपक के अनुसार उन्होंने वर्ष 2017-18 में आईटीआई से हिंदी स्टेनो का कोर्स किया था। उस समय उनकी टाइपिंग की गति 60-65 शब्द प्रति मिनट ही थी लेकिन उनके शिक्षकों ने कहा कि वह इस क्षेत्र में काफी प्रसिद्धि पा सकते हैं। फिर टाइपिंग को मिशन बनाकर काम किया और आज वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि मिली है।

दीपक नैन के अनुसार उनका पैतृक गांव कलोदा कलां है और परिवार नरवाना में रहता है। उनके पिता हरिद्वार में निजी स्कूल की बस चलाते हैं और मां गृहिणी हैं। दीपक फिलहाल कुरुक्षेत्र में एससीबीसी विकास बोर्ड में बतौर डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम कर रहे हैं। दीपक के अनुसार युवाओं को उनकी तरह यदि सही दिशा में मार्गदर्शन मिल जाए तो वे कुछ भी कर सकते हैं। उनको भी उनके शिक्षकों ने ही इस रास्ते पर आगे बढ़ाया है।

टाइपिंग की चढ़ी धुन
दीपक नैन के अनुसार शिक्षकों के मार्गदर्शन से उन्हें टाइपिंग की धुन चढ़ गई। प्रतिदिन तीन से चार घंटे अभ्यास किया और छुट्टी के दिन इससे भी ज्यादा समय दिया। इसके चलते ही इतनी स्पीड बन पाई है। इससे पहले 117 शब्द प्रति मिनट की गति के आधार वे देश में भी सर्वोत्तम खिताब चार अगस्त को जीत चुके हैं।

दीपक को तराश कर बनाया है हीरा
दीपक की काबिलियत को पहचान कर उस पर काम किया गया। आईटीआई में पढ़ते हुए उन्होंने काफी मेहनत की और अब उसी मेहनत के बल पर उनका नाम विश्व भर में हुआ है। हिंदी टाइपिंग के लिए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। गिनीज बुक हिंदी टाइपिंग को स्वीकार नहीं करता। अनिल गोयल, प्राचार्य, आईटीआई जींद।
 दीपक नैन की फोटो

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